
ज्योर्तिमयानदःबिना श्रद्धा के धर्म नहीं होता साक्षात ईश्वर ही धर्म है
दिनेश दुबे 9425523689
आप की आवाज
*रुद्र महायज्ञ एवम भागवत कथा का आयोजन
* बिना श्रद्धा के धर्म नहीं होता साक्षात ईश्वर ही धर्म है
बेमेतरा = जिला के लोधी खपरी में ग्रामवासियों के सामूहिक सहयोग से रुद्र महायज्ञ एवं भागवत कथा का आयोजन किया गया है द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वरूपानंद सरस्वती के आशीर्वाद से सपाद लक्षेश्वर धाम के ब्रम्हचारी ज्योर्तिमयानदः व्यासपीठ से धर्म परायण लोगों को भागवत कथा सुना रहें हैं कथा पंडाल में उपस्थित लोगों को कथा सुनाते हुए कहा कि बिना श्रध्दा के धर्म नहीं होता साक्षात ईश्वर ही धर्म है ईश्वर अंश जीव अविनाशी सभी जीवों में ईश्वर का अंश है । भागवत कथा का आयोजन करनें तथा सुननें के अनेक लाभ हैं।इसे आयोजित करानें तथा सुनने वाले व्यक्तियों-परिवारों के पितरों को शांति और मुक्ति मिलती है। इसे सुननें के क्रम में आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति करते हुए आप सांसारिक दुखों से निकल पायेगा श्रीमद्भागवत कथा के महत्व को समझाते हुए ज्योर्तिमयानंदः जी ने कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार तत्व मौजूद हैं आवश्यकता है निर्मल मन और स्थिर चित्त के साथ कथा श्रृवण करनें की परीक्षित कथा सुनाते हुए कहा महाभारत के अनुसार परीक्षित अर्जुन के पौत्र अभिमन्यु और उत्तरा के पुत्र तथा जनमेजय के पिता के पिता थे जब ये गर्भ में थे तब अश्वत्थामा ने मारनें का प्रयत्न किया था। ब्रम्हशिर अस्त्र का संबंध भी भगवान ब्रम्हा से है तथा ब्रम्हा के ही महान अस्त्र ब्रम्हास्त्र के समान शक्तिशाली, अचूक और धातक कहा गया है । इस घटना के बाद योगेश्वर श्रीकृष्ण नें अपनें योगबल से उत्तरा के पुत्र को बचा लिये महाभारत के अनुसार कुरुवंश के परिक्षीण होनें पर जन्म होनें से वे परीक्षित कहलाए आरती के पश्चात कथा को विश्राम दिया गया आज कथा स्थल पर जितेन्द्र वैष्णव जामवंती वैष्णव, जगमोहन दास मानिकपुरी, लोमेश पटेल, मुक्तानंद वर्मा, संतोष तिवारी,शिवराम पटेल, पुरन लाल पटेल, रेवाराम वर्मा टेकराम साहू, मोती यादव,रामसोहागी साहू के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे
